GST पर 15 दिनों की रिपोर्ट ने ही उन विपक्षियों के मुंह बंद कर दिए जो इसे गलत ठहराने की कोशिश कर रहे थे
गुजरात को चमकाने के बाद जब नरेंद्र मोदी को भारत ने देश के प्रधानमंत्री के रूप में चुना तो नरेंद्र मोदी ने देश की व्यवस्था को सुधारने के लिए अपने पहले दिन से ही प्रण ले लिया था. उन्होंने खुद को देश का प्रधानमंत्री नहीं देश का प्रधान सेवक बताया. उनके द्वारा खुद को देश का प्रधान सेवक बताया जाना देश को ये सन्देश देने के लिए काफी था कि आने वाले समय में वो देश की सेवा करेंगे और जो बुराइयां देश में हैं उनको खत्म करने का प्रयास करेंगे.
अपने कार्यकाल के आरम्भ में ही उन्होंने सबको संदेश दिया कि अब कामचोरी नहीं चलेगी. उनके प्रधानमंत्री बनते ही नौकरशाहों से लेकर मंत्रियों तक को पता चल गया कि अगर अब कोई गलती हुई तो पीएम मोदी उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने भारत में व्यवस्था को सुधारा और साथ ही साथ दुनिया की नज़रों में भारत की एक नई पहचान भी बनाई.
GST पर आई रिपोर्ट
पीएम मोदी दूरदर्शिता के लिए जाने जाते हैं. इस दूरदर्शिता का परिचय उन्होंने अपने फैसलों से दिया. उन्होंने निडरता से नोटबंदी का फैसला लिया, विपक्षी पार्टियों ने इसमें खामियां निकालीं उन्हें जितना मौक़ा मिला उन्होंने पीएम मोदी को गलत साबित करना चाहा लेकिन आज हम देख सकते हैं कि हर कोई इस फैसले से खुश है. हालही में मोदी सरकार ने भारत में GST लागू किया इसको लेकर भी विपक्षियों ने पीएम मोदी को घेरना चाहा लेकिन इस फैसले से भारत को क्या फायदा हो रहा है वो अब सामने आने लगा है .
GST लागू किये अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है और अभी से इसको लेकर कोई भविष्यवाणी करना गलत होगा. इसके बारे में पूरी जानकारी अक्टूबर से पहले नहीं मिल पाएगी जब नई अप्रत्यक्ष व्यवस्था अपनी पहली तिमाही पूरी करेगी. हम आपको पहले 15 दिनों के आंकड़ों में जानकारी दे सकते हैं, 15 दिनों के इन आंकड़ों को देखने पर पता चलता है कि राजस्व में महीने-दर-महीने आधार पर 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. यह जानकारी केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क बोर्ड (CBEC) ने दी है.
जो लोग निकाल रहे थे कमियां उनको मिलेगा जवाब
अभी तक 1 जुलाई से 15 जुलाई के मध्य आयात से प्राप्त कुल राजस्व 12,673 करोड़ रूपये रहा है, जबकि इसी अवधि में जून के महीने में राजस्व 11,405 करोड़ रूपये रहा था. ये जानकारी सीबीईसी ने दी है. इसी संबंध में बोलते हुए सीबीईसी की प्रमुख वनजा सरना ने कहा कि, सीमा शुल्क से ठीकठाक राजस्व की प्राप्ति हुई है. उन्होंने उम्मीद जताई कि राजस्व की मात्रा पिछले महीने जितनी ही रह सकती है. उन्होंने ये भी कहा कि हम साल-दर-साल इसमें वृद्धि की उम्मीद नहीं करते हैं, फिर भी 30 जून की आधी रात से GST लागू होने के बाद प्रथम 15 दिनों में कुल 12,673 करोड़ रूपये का राजस्व आ चुका है.
GST लागू होने के बाद अरुण जेटली ने एक बयान देते हुए कहा था कि GST के अंतर्गत कर आधार में 80 लाख तक बढ़ोतरी बहुत आसानी के साथ होगी. अभी तक GST के अंतर्गत पुराने और नए पंजीकरणों को मिलाकर 75 लाख नए दाखिले आए हैं. अब तक जो आंकड़े सामने आए हैं उनको देखकर पता चल जाता है कि पीएम मोदी ने क्यों GST को भारत में लागू किया. आने वाला वक़्त इस फैसले के कई पहलुओं को हमारे सामने लाएगा लेकिन अभी जो स्थिति है उसको देखकर लगता है कि पीएम मोदी के इस कदम से भी देश को फायदा ही होगा और जो लोग इसे घाटे का सौदा बता रहे थे उनके मुंह बंद हो जाएंगे.
गुजरात को चमकाने के बाद जब नरेंद्र मोदी को भारत ने देश के प्रधानमंत्री के रूप में चुना तो नरेंद्र मोदी ने देश की व्यवस्था को सुधारने के लिए अपने पहले दिन से ही प्रण ले लिया था. उन्होंने खुद को देश का प्रधानमंत्री नहीं देश का प्रधान सेवक बताया. उनके द्वारा खुद को देश का प्रधान सेवक बताया जाना देश को ये सन्देश देने के लिए काफी था कि आने वाले समय में वो देश की सेवा करेंगे और जो बुराइयां देश में हैं उनको खत्म करने का प्रयास करेंगे.
अपने कार्यकाल के आरम्भ में ही उन्होंने सबको संदेश दिया कि अब कामचोरी नहीं चलेगी. उनके प्रधानमंत्री बनते ही नौकरशाहों से लेकर मंत्रियों तक को पता चल गया कि अगर अब कोई गलती हुई तो पीएम मोदी उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने भारत में व्यवस्था को सुधारा और साथ ही साथ दुनिया की नज़रों में भारत की एक नई पहचान भी बनाई.
GST पर आई रिपोर्ट
पीएम मोदी दूरदर्शिता के लिए जाने जाते हैं. इस दूरदर्शिता का परिचय उन्होंने अपने फैसलों से दिया. उन्होंने निडरता से नोटबंदी का फैसला लिया, विपक्षी पार्टियों ने इसमें खामियां निकालीं उन्हें जितना मौक़ा मिला उन्होंने पीएम मोदी को गलत साबित करना चाहा लेकिन आज हम देख सकते हैं कि हर कोई इस फैसले से खुश है. हालही में मोदी सरकार ने भारत में GST लागू किया इसको लेकर भी विपक्षियों ने पीएम मोदी को घेरना चाहा लेकिन इस फैसले से भारत को क्या फायदा हो रहा है वो अब सामने आने लगा है .
GST लागू किये अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है और अभी से इसको लेकर कोई भविष्यवाणी करना गलत होगा. इसके बारे में पूरी जानकारी अक्टूबर से पहले नहीं मिल पाएगी जब नई अप्रत्यक्ष व्यवस्था अपनी पहली तिमाही पूरी करेगी. हम आपको पहले 15 दिनों के आंकड़ों में जानकारी दे सकते हैं, 15 दिनों के इन आंकड़ों को देखने पर पता चलता है कि राजस्व में महीने-दर-महीने आधार पर 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. यह जानकारी केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क बोर्ड (CBEC) ने दी है.
जो लोग निकाल रहे थे कमियां उनको मिलेगा जवाब
अभी तक 1 जुलाई से 15 जुलाई के मध्य आयात से प्राप्त कुल राजस्व 12,673 करोड़ रूपये रहा है, जबकि इसी अवधि में जून के महीने में राजस्व 11,405 करोड़ रूपये रहा था. ये जानकारी सीबीईसी ने दी है. इसी संबंध में बोलते हुए सीबीईसी की प्रमुख वनजा सरना ने कहा कि, सीमा शुल्क से ठीकठाक राजस्व की प्राप्ति हुई है. उन्होंने उम्मीद जताई कि राजस्व की मात्रा पिछले महीने जितनी ही रह सकती है. उन्होंने ये भी कहा कि हम साल-दर-साल इसमें वृद्धि की उम्मीद नहीं करते हैं, फिर भी 30 जून की आधी रात से GST लागू होने के बाद प्रथम 15 दिनों में कुल 12,673 करोड़ रूपये का राजस्व आ चुका है.
GST लागू होने के बाद अरुण जेटली ने एक बयान देते हुए कहा था कि GST के अंतर्गत कर आधार में 80 लाख तक बढ़ोतरी बहुत आसानी के साथ होगी. अभी तक GST के अंतर्गत पुराने और नए पंजीकरणों को मिलाकर 75 लाख नए दाखिले आए हैं. अब तक जो आंकड़े सामने आए हैं उनको देखकर पता चल जाता है कि पीएम मोदी ने क्यों GST को भारत में लागू किया. आने वाला वक़्त इस फैसले के कई पहलुओं को हमारे सामने लाएगा लेकिन अभी जो स्थिति है उसको देखकर लगता है कि पीएम मोदी के इस कदम से भी देश को फायदा ही होगा और जो लोग इसे घाटे का सौदा बता रहे थे उनके मुंह बंद हो जाएंगे.
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