RSS प्रचारक राकेश सिन्हा के खिलाफ फोटो को लेकर दर्ज हुई FIR जिसे देखकर आपके…
पिछले कुछ महीनों से बंगाल के हालात ठीक होते नहीं दिख रहे है | ममता बनर्जी के राज्य में लगातार लोगों द्वारा सडकों पर आगजनी और हिंसा की घटनाएं की जा रही है | ममता बनर्जी इसको लेकर लगातार भाजपा पर निशाना साध रहीं हैं | अब एक नए विवाद को लेकर ममता बनर्जी और आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा आमने-सामने आ गए है | इस बार पश्चिम बंगाल पुलिस ने राकेश सिन्हा की फोटो को लेकर एफआईआर दर्ज की है | राकेश सिन्हा ने यह तस्वीर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट की थी | इसी को लेकर राकेश सिन्हा ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा है |
संघ विचारक राकेश सिन्हा ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना
अब एक बार फिर से ममता बनर्जी और बीजेपी के बीच सियासी जंग शुरू हो गई है | इस बार पश्चिम बंगाल पुलिस ने आरएसएस विचारक राकेश सिन्हा पर दंगा भड़काने और शांति भंग करने को लेकर एफआईआर दर्ज की है और सिन्हा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है | पश्चिम बंगाल पुलिस ने 12 जुलाई को सिन्हा के खिलाफ कलकत्ता के सेक्शपीयर सरानी थाने में भारतीय आचार संहिता की धारा 153 ए1 (ए), (बी), 505(1)(बी), 295ए, 120बी के तहत मामला दर्ज किया है | इस सभी धाराओं के द्वारा राकेश सिन्हा के खिलाफ दंगा भड़काने, लोगों की भावनाओं को दुःख पहुंचाने और आने वाले दिनों में उनके बयानों के जरिये दंगा भड़काने की आशंका जताई गई है
इस के साथ ही एफआईआर में यह भी लिखा है कि राकेश सिन्हा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ऐसे फोटो और बातें लिखी है जिससे सूबे की शांति व्यवस्था भी भंग हुई है | इसके बाद राकेश सिन्हा ने कहा है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया जिससे पश्चिम बंगाल में किसी तरह से क़ानून व्यवस्था बिगड़ी हो | राकेश सिन्हा ने बताया कि वे बहुत दिनों से तो बंगाल गए भी नहीं है फिर भी उनके खिलाफ पुलिस ने कार्यवाही की है | भगवान के दर्शन करते वक्त की फोटो ट्विटर पर डालने से दंगा भड़क सकता है ?
इस के साथ ही एफआईआर में यह भी लिखा है कि राकेश सिन्हा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ऐसे फोटो और बातें लिखी है जिससे सूबे की शांति व्यवस्था भी भंग हुई है | इसके बाद राकेश सिन्हा ने कहा है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया जिससे पश्चिम बंगाल में किसी तरह से क़ानून व्यवस्था बिगड़ी हो | राकेश सिन्हा ने बताया कि वे बहुत दिनों से तो बंगाल गए भी नहीं है फिर भी उनके खिलाफ पुलिस ने कार्यवाही की है | भगवान के दर्शन करते वक्त की फोटो ट्विटर पर डालने से दंगा भड़क सकता है ?
आगे बताते हुए राकेश सिन्हा ने कहा कि यह पूरी तरह से बदले की राजनीति है | उन्होंने बताया मेरे सोशल साइट्स पर दंगा भड़काने वाली बातों का एफआईआर में वर्णन है लेकिन मैंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कोई विवादित तस्वीर नहीं डाली है | सिन्हा ने कहा मैंने तो पिछले कई दिनों में केवल 3 तस्वीरें ही डाली है | इन तीनों तस्वीरों में एक राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से पुरस्कार ग्रहण की, दूसरी पीएम मोदी की बुक रिलीज के प्रोग्राम की है और तीसरी तस्वीर उज्जैन के महाकाल के दर्शन करते वक्त की है | राकेश सिन्हा ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘ये आवाज दबाने की कार्यवाही है’
राकेश सिन्हा ने कहा कि उज्जैन के महाकाल की तस्वीर शेयर करने से किसी तरह का कोई दंगा नहीं भड़क सकता है | अगर इससे पश्चिम बंगाल में दंगा भड़कता है तो मै कुछ नहीं कह सकता हूँ | पुलिस के द्वारा गैर जमानती वारंट के खिलाफ अग्रिम जमानत लेने के लिए वह कानूनी सलाह ले रहे है | ममता बनर्जी की इस तरह की कार्यवाही को उन्होंने संघ की आवाज़ दवाने की कोशिश करार दिया है | इसी के साथ विनय जोशी ने बताया कि ‘हम बसिहार और बदुरिया में हुए दंगों में तृणमूल के जिहादियों और कट्टरपंथियों की भागीदारी को उजागर करने के लिए राकेश सिन्हा के खिलाफ दर्ज एफआईआर की निंदा करते हैं | हम क़ानूनी तौर पर ममता बनर्जी की सरकार को हरा देंगे | इसी के साथ टीएमसी के नेता डेरेक ओब्रायन ने इस बात करने से मना कर दिया
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